#एक_मित्र_की_वॉल_से जब life मजे में चल रही हों। तब experiments नही करने चाहिए।
Time एन्जॉय करे । भविष्य के चक्कर मे अपना आज नही बिगाड़ना चाहिए। यह बात मुझे, बहुत कुछ खो कर पता चली।,,,,,,,पर ऐसा क्यों हुआ।,मेरी फैमिली के अनुसार, life में उथल पुथल। की शुरुआत। बंगले में रहने की इच्छा से शुरू हुई।
हलाकि, हम duplex फ्लैट में बड़े मजे से रह रहे थे।वो भी बँगले से कम नही था। पर इंसान की फ़ितरत , आवश्यकता से अधिक की इच्छा होती है।,,,,हमे भी इसी ने घेरा।,,,,,बंगला ढूंढने की शुरआत हुई। तुरंत ही मिल भी गया। बहुत ही सस्ता, फ्लैट के बराबर ही किराया। हमे लगा ये लो लॉटरी लग गयी। ,,,,तुरंत advance वगेरह दे कर। final कर दिया।,,,,,बंगला व लोकेशन वाकई में best of the best थी।,,,,,हमने तुरत फुरत shift कर लिया।,,,अब हम life को और enjoy कर रहे थे।,,,कुछ दिन सब बढिया चला। हम अपनी job में busy हो गए।,,,मैं खुश था। पर मेरी family को मजा नही आ रहा था।,,,,मेरी समझ मे कारण नही आया। लगा, नया घर है। इसलिए। सबको ऐसा लग रहा है।,,,,बहुत ज्यादा ध्यान नही दिया।,,,दिन बीतने लगे। ,,,,,
अचानक एक दिन आफिस में मुझे serious n painful heart attack आया।,,,,office में सब लोग थे। timely medical support मिला और जान बच गयी।,,,,,,फिर सब नार्मल हो गया।,,,,,3 महीने, बीते, फिर एक और अटैक। इस बार मेरे मित्र के सहयोग से जान बच गयी।,,,,,फिर सब नार्मल हो गया।,,,,,,,पर मेरी family बहुत सदमे में थी।मुझे लगा ,मेरी सेहत ही उनकी चिंता का कारण है।,,,,,मुझे नही लगा। कि मुझे family से बात कर के पूछना चाहिए।,,,,,life फिर चल पड़ी। एक दिन में घर के गार्डन में था। मेरे ऊपर बहुत ठंडे पानी के छीटे पड़े। लगा, overhead tank leak होगा। ,,,,,ज्यादा ध्यान नही दिया।,,,,,कुछ दिन बाद ड्रॉइंग रुम में tv देखते हुए। फिर छीटे पड़े।,,,,मैने गौर से देखा। पर गीला कही नही हुआ। पर महसूस हुआ।,,,,,
इसके बाद,,,,यह सब जल्दी जल्दी ,,,,दो तीन दिन के अंतराल पर होने लगा।,,,,,,अब लगा, शायद दवाइया ज्यादा खाने का side effect हो रहा है।,,,,ऐसा कुछ नही है।,,,,,मैं science beliver हुं । परालौकिक , भूत प्रेत आदि नही मानता ।,,,,,एक रात, मेरी wife काफी डरी हुई थी। उसने मुझे ये घर खाली करने को बोला।,,,मुझे उसकी बात समझ नही आई।,,,,,हमारे सामने वाले बंगले में रहने वाले पड़ोसी ने एक दिन मुझसे बोला। चौधरी जी, आप लोग अच्छे लोग हो, क्या आपको, इस मकान के बारे में पता है।,,,,,,मेरे जवाब से वो चकित रह गया।,,,,मैने बोला, हा,,, मैं जानता हूं। इस मकान को लोग शापित कहते है। और ये बात मुझे मकान लेने से पहले पता थी।,,,,,पर मेरा परिवार , यह नही जानता।,,,,,,पड़ोसी बोला, फिर क्यों? मैने बोला, मैं यह सब नही मानता।,,,,,,।।।।।।।
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